Thursday, August 12, 2010

दीपक जी दीपक जी कलम हमारी अभी नई है
इस्तेमाल नहीं अभी टेस्टिंग की गयी है
आप हमें भाई कहे बहुत बड़ी उपाधि दिए
हम खुस कम मायूस जियादा हुए
अब छोटे से ही ज्ञान लेंगे ये वचन दिए देते हैं
तुम दयाल जी को हम तुम्हे गुरु किये देते हैं
जो दयाल जी से मिले उसे हमें भी देते rahna
mil baat khaye गुरु chele itna ही हमें kahna

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