सुन्दर जी बात करे उचित जनता है भोली
किस जनता की करें बात जो बोतल की होली
कहे नेगी जी "हाथल हुसकी पिलाई फूल ला पिलाई रम"
अपना भला बुरा न सोचे इसी बात है है गम
पहाड़ अभी तक बच्चा है बिन शिक्षा के है नादान
पलायन कर जाते आप हम पढ़ लिख कर हो विद्वान
साचो क्यों नहीं पनपा ज्ञान क्यों नहीं हैं स्कुल में शिक्षक
रहे सदा अज्ञानी पहाड़ है किसका ए प्रयास अथक
पढ़ा सन पिच्यासी में तब थी स्कूल में विज्ञान बाइलौजी और गणित
आज न बाइलौजी विज्ञान गणित वहां पड़ें आर्ट्स बने पंडित
Thursday, August 19, 2010
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बहुत सही..कारण जानना ओगा प्रतिभा पलायन का भी.
ReplyDeleteएक निवेदन:
कृपया वर्ड-वेरिफिकेशन हटा लीजिये
वर्ड वेरीफिकेशन हटाने के लिए:
डैशबोर्ड>सेटिंग्स>कमेन्टस>Show word verification for comments?>
इसमें ’नो’ का विकल्प चुन लें..बस हो गया..जितना सरल है इसे हटाना, उतना ही मुश्किल-इसे भरना!! यकीन मानिये.